Friday, November 25, 2011

सुश्रुत संहिता में बकरे के आंड से 100 पुरूष की शक्ति प्राप्ति

आयुर्वेद की मशहर पुस्‍तक सुश्रुत संहिता में जानवरों तथा इन्‍सान के वीर्य का विधान भी मिलता है, 
दूध से निकाले घी में पिप्‍पली और लवण के साथ बकरे के अंडकोशों को अंड सिद्ध करके जो पुरूष खाता है वह एक सौ स्त्रियों से रमण कर सकता है



पिप्‍प्‍लीलवणोपेते बसण्‍डे क्षीर्रस‍पिषि
साधिते भक्ष्‍येमद्यस्‍तु स गच्‍छेत् प्रमदाशतम
---- सुश्रुत संहिता, चिकित्‍सा स्‍थानम 26/20

अर्थात दूध से निकाले घी में पिप्‍पली और लवण के साथ बकरे के अंडकोशों को अंड सिद्ध करके जो पुरूष खाता है वो एक सौ त्रियों से रमण कर सकता है

पिप्‍प्‍लीलवणोपेते बस्‍ताण्‍डे घृतसाधिते
शिशुमारस्‍य वा खदेत्ते तु वाजीकरे भृशम
कुलारकूर्मनक्राणाण्‍डान्‍येवं तु भक्षयेतृ
महिषर्षभबस्‍तानां पिबेच्‍दुकाणि वा नर-
---- सुश्रुत संहिता, चिकित्‍सा स्‍थानम 26/25-27
 अर्थात घी में तले हुए बकरे के या शिश्‍ुमार (उदबिलाव) नामक जंतु के अंडकोशों को पिप्‍पली और सैंधा नमक के साथ खाएं, ये अतिशय वा‍जीकर (सेक्‍स शक्ति बढाने वाले) हैं, केकडा, नक्र(घडिया) के अंडकोशों को भी इसी प्रका खाएं अथ्‍वा, भैंसे, बैल या बकरे के वीर्य को पीएं 

हाथी,चीते और सांप की खाल से तव्‍चा के रोग दूर किये जा सकते हैं, तो सांप की खाल से फुल बहरी, अस्थियों की राख से शर्करा नष्‍ट किया जा सकता है, जिन्‍दा मछली से अस्‍थमा का इलाज शायद यह किताब पढ कर ही किया जा रहा है

चरक संहिता में गाय मांस से इलाज

कहां से टपका यह रामसेतु / नल सेतु / एडम ब्रिज / आदम पुल ?

तिल को पहाड साबित करने की साजिश,,,पेट में मेल कुचैल,, रेत,, कंकर से काफी बडी-बडी पत्‍थरी बन जाती हैं,,, ऐसे ही समुद्र में आलतु फालतु चीजों के जुडने से कुछ पुल जैसा दिखने लगा है,, ''क्‍या बालू की भीत पर खड़ा है हिन्‍दू धर्म?'' डा. सुरेन्‍द्र कुमार शर्मा 'अज्ञात' का लिखा लेख ''कहां से टपका रामसेतु'' इस विषय पर पढते हैं तो पता चलता है कि यह नाम ''राम सेतु''  शब्‍द तक किसी ग्रंथ में कहीं नहीं मिलता,, कंकर-पत्‍थ्‍र  जम-जम कर जो आज  कहीं है कहीं नहीं तो कहीं 10 फुट चौडी पटटी दिखायी दे जाती  है इसको हिन्‍दू ग्रंथों का 10 योजन अर्थात 128 किलोमीटर चौडा पुल कहा जा रहा,, लंबाई की बात करें तो श्रीलंका से हिन्‍दुस्‍तान की इस हिस्‍से कुल दूरी 30 किलोमीटर लम्‍बी है जबकि ग्रंथ में पुल की 1468 किलोमीटर लिखी है,,,
विविदित पुल  की लंबाई 30 किलोमीटर ,चौडाई कहीं 10 से  कहीं 30 फुट तक ,जबकि रामायण के अनुसार- 
चौडाई 128 किलोमीटर
लंबाई 1288 किलोमीटर 

 वानरों ने पहले दिन 14 योजन, तीसरे दिन 21 योजन, चौथे दिन 22 योजन और 5वें दिल 23 योजन लंबा पुल बाधा इस तरह नल ने 100 योजन अर्थात 1288 किलोमीटर लंबा पुल तैयार किया, पुल 10 योजन अर्थात 128 किलोमीटर चौडा था, 
  दश्‍योजनविस्‍तीर्ण शतयोजनमायतम्
दद्टशुर्देवरांधर्वा- नलसेतुं सुदुष्‍करम
--वाल्मिकी रामायण 6/22/76



लम्‍बाई-
वाल्मिमिकी रामायण के अनुसार यह नलसेतु 100 योजन अर्थात 1288 किलोमीटर लंबा था (संस्कृत इंगलिश डिक्‍शनरी के अनुसार 1 योजन 8-9 मील का होता है, यहां हम ने 8 मील मान कर यह किलोमीटर में 1288 का आंकडा दिया है, यदि 9 मील का योजन मानें तो 100 योजन 1468 किलोमीटर होगा) पर अब जो पुल है वह तो केवल 30 किलोमीटर है, शेष 1258 अथवा 1438 किलोमीटर है कहां है्, 

पानी में तैरते पत्‍थरों का सच-

Pumice पत्‍थर कहीं से हासिल करके उनको उस सेतु का पत्‍थर बताया जाता है जिससे भारतीय पढे लिखे भी भ्रमित हो रहे हैं  


floating stones

 उज्‍जैन साइंस कॉलेज के पूर्व विभागाध्‍यक्ष डॉ आर एन तिवारी के अनुसार ज्‍वालामुखी फटने के बाद जब लावा जमता है तो ऐसे पत्‍थर बनते हैं इनका घनत्‍व कम होने के कारण यह पानी में तैर सकते हैं,,,,,  एसे पत्‍थरों को प्‍यूमिस स्‍टोन  Pumice  कहा जाता है, वहीं भौमिकी अध्‍ययनशाला विक्रम विश्‍वविद्यालय के अध्‍यक्ष डॉ़ प्रमेंद्र देव ने बताया कि बसाल चटटानों के कारण ऐसे पत्‍थर बनते हैं, सतह पर छिद्र होने के कारण वजन कम होता है इस कारण यह पानी पर तैर सकते हैं 
http://www.youtube.com/watch?feature=player_embedded&v=R1FOhfQBYMs 







Pumice अधिक जानकारी इधर देखें 


बडे साइज का Large Pumice Stone इधर देखें 






Adam Bridge?:

Adam Peak in Sri Lanka

 The Foot Mark of Prophet Adam (AS) in Sri Lank
The Foot Mark of Prophet Adam (AS) in Sri Lank is the First Foot Mark of Mankind on Earth, leaving a large hollow mark resembling a footprint. After Prophet Adam [Pbuh] get down from the Peak and then He used the Bridge to cross the sea & finally travel to Arabia to meet his Wife Hawa or Eve [Pbuh].  So both the Peak and the Bridge are named after this legend
--
Brothers and Sisters
If Hanuman had got super natural power to alter his size and according to legend as stated above that he had already tried to ate the Sun when he was just a child.  The diameter of Sun is 1.4 million kilometer, In order to eat sun, Hanuman has to increase his mouth size more 1.4 million kilometer, If the above legend is true, Then why Rama had to build the bridge across the Sea between India and srilanka,
If even Hanuman could increased his body size and put his finger tip on sea between India and Sri Lanka, itself be enough for Rama and Vanara sena to cross the Sea between two countries

According to the legend Hanuman is capable of flying. So he could just increase his body size and could took Rama and Vanara Sena in just Palm of one hand and easily flown to Sri Lanka.
Normally People travel on the sea in Boats and ships.British, French, Spanish, Portuguese traveled thousands of Miles/Kilometers across Seas or Ocean in order to reach India.
This Proves that the Adam Bridge is Natural form, Since the Epic Ramayana was written by Valmiki who just Glorified the Character of his fairy tale story Ramayana whose statements itself Contradict.
This also Proves that this Story  written by Sage Valmiki is  Baseless without any logic & Just Bedtime Fairy Tale Stories for Small Kids.
Paganism or Idolatory makes a Person Blind, Dumb & Deaf, Just Like Locking themselves in a Dark Room from inside & then throughing Keys from Window to outside. Please use your are Brains & judge whether  these mythologically characters & theirs Idols are worthy of worship or not ? Because Idol Worship Lead to Hell, which is the most wrost Place for Son of Adam.

Note:  Any Person can easily construct a Small Boat & cross the sea shore between India and Sri lank, rather than thinking of  Building a Huge Bridge just to cross over the sea.
with Thanks:

The Foot Mark of Prophet Adam (AS) in Sri Lank